Friday, August 29, 2008

रॉक कर गई रॉक ऑन

रॉक ऑन, दिल चाहता है और लक्ष्य जैसी फिल्में बनने वाले निर्देशक फरहान अख्तर द्वारा अभिनीत पहली फ़िल्म है और इसीलिए अधिकांश युवा वर्ग के दर्शकों को इसका बेसब्री से इंतज़ार था।

और आखिरकार यह इंतज़ार काफ़ी सार्थक सिद्ध हुआ।


रॉक ऑन हालांकि कोई एकदम नई कहानी नहीं है मगर अच्छे निर्देशन और कलाकारों के दम पर यह साधारण कहानी भी लोगों के ह्रदय को छूने की क्षमता रखती है। फिल्म दोस्ती और रिश्तों के अर्थ को काफी अच्छे तरीके से दिखाने में सक्षम रही है और इसलिए यह आशा की जा सकती है की फिल्म दर्शकों द्वारा पसंद की जायेगी।

फ़िल्म में फरहान का अभिनय अभिनेता के रूप में अपनी पहली फ़िल्म कर रहे अभिनेता के लिए निश्चय ही अच्छा है।

फिल्म में अर्जुन रामपाल का अभिनय भी काबिले तारीफ है। कहा जा सकता है की यह आज तक उनकी सर्वश्रेष्ठ फिल्मों में से एक है।

अंत में, फ़िल्म में जान डालने का श्रेय मिलता है शंकर एहसान और लॉय को जिन का संगीत प्रारम्भ से ही लोगों को पसंद आ रहा है। जावेद अख्तर के लिखे गीत भी अच्छे और काफ़ी अलग हैं।

कुल मिला कर रॉक ऑन लोगों को काफ़ी पसंद आ सकती है, लेकिन फरहान अख्तर लोगों की ऊँची उम्मीदों पर कितने खरे उतर पाएंगे यह पक्का नहीं कहा जा सकता।

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